जमुई/चकाई,नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे नक्सली को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए चंद्रमंडीह के थानाध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने बताया कि वर्ष 2018 में लखीसराय के फेरी व्यवसाय की गला रेत कर हत्या कर दिए जाने एवं हत्या के बाद सुरक्षाबलों को टारगेट करने के लिए मृतक के शव में बम छिपाकर रखने के मामले में आरोपित नक्सली दिलीप पासवान पिता राजेंद्र पासवान को चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के सलैया गांव से गिरफ्तार कर लिया. उसकी गिरफ्तारी उस वक्त हुई जब वह अपने घर आया हुआ था.
पुलिस गिरफ्तार नक्सली से पूछताछ कर रही है. पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि पूर्व में वह सुरेंद्र यादव के दस्ते में चलता था,बाद में सुरंग के आत्मसमर्पण कर दिए जाने के बाद वह सिद्धू कोड़ा एवं पिंटू राणा के साथ चलता था. सिद्धू की मौत के बाद वह मतलू और पिंटू के संपर्क में था और पिछले कुछ समय से ढिबरा व्यवसाय से भी जुड़ गया था. वह भेलवा सगवरिया इलाके में ढिबरा का कारोबार करता था.
उसने नक्सली संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारी पुलिस को साझा की है.इस अभियान का नेतृत्व जमुई के एसपी अभियान सुधांशु कुमार कर रहे थे. जबकि अभियान में सीआरपीएफ के कमांडेंट योगेंद्र सिंह मौर्या,चंद्रमंडीह थाना अध्यक्ष बृजभूषण सिंह, अवर निरीक्षक ओमप्रकाश प्रसाद, बटिया 215 के सीआरपीएफ जवान शामिल थे.
विकास कुमार लहेरी की रिपोर्ट
फेरीवाले की हत्या में नामजद आरोपित नक्सली को पुलिस ने किया गिरफ्तार
