Jamui – बरहट प्रखंड अंतर्गत कटौना पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बिचला टोला में सरकारी योजनाओं के तहत कराए गए निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर अब सवाल उठने लगे हैं। विद्यालय परिसर में करीब 5 लाख रुपये की लागत से बनाए गए स्ट्रक्चर की हालत एक साल के भीतर ही जर्जर हो गई है। हाल ही में आए आंधी-तूफान में स्ट्रक्चर का ऊपरी हिस्सा उड़ गया। जिससे विद्यालय प्रशासन और स्थानीय लोगों में रोष है।
वहीं विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका मनोरमा कुमारी ने इस मामले की शिकायत जिला शिक्षा पदाधिकारी से की है।उन्होंने पत्र के माध्यम से बताया कि संवेदक द्वारा कराए गए निर्माण कार्य मानकों के विपरीत हैं । उन्होंने अपने पत्र में बताया की न केवल स्ट्रक्चर की छत उड़ गई है। बल्कि दीवारों में भी बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं। जो भविष्य में किसी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।
प्रधानाध्यापिका ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष एक भेंडर के माध्यम से विद्यालय में पानी की टंकी, हैंड वॉश स्टेशन और शौचालय भवन का निर्माण कार्य शुरू तो किया गया था। लेकिन आज तक वह अधूरा ही पड़ा है। वहीं विद्यालय परिसर में बना फ्री फाइवर स्ट्रक्चर भी आंधी की मार नहीं झेल सका और उसका एक हिस्सा उड़ गया। इस कारण विद्यालय में बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन सुविधाओं की खस्ताहाली के चलते बच्चों की शिक्षा बाधित हो रही है। साथ ही खराब निर्माण कार्य के कारण परिसर में हर वक्त खतरे की आशंका बनी रहती है।
वहीं स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन से उच्च स्तरीय जांच और दोषी संवेदक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो यह लापरवाही बच्चों की जान पर भारी पड़ सकती है।अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इस शिकायत पर क्या कदम उठाता है और भ्रष्टाचार के इस मामले में कौन-कौन जिम्मेदार ठहराए जाते हैं।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट
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