Jamui -होनी की भी गजब लीला है। जिस बेटी की खुशियों के लिए पिता उसके वर ढूंढने जा रहे थे तो पूरे घर में खुशी का माहौल था।वहीं घर से निकलने के मात्र आधे घंटे बाद ही भगवान ने उस परिवार की खुशी को ऐसा छिना की अब सभी बच्चे अनाथ हो गए। हाईवा की ठोकर से कुशेश्वर यादव की मौत के साथ ही उनकी सभी बच्चों की खुशियां छिन गई। पल भर में सभी बच्चे अनाथ हो गए। सबसे बुरा हाल उनकी बड़ी बेटी का हो गया जिसकी खुशी के लिए उसके पिता लड़का ढूंढने निकले थे। बेटी बार बार बेहोश हो रही थी और कह रही थी ‘अब केकर सहारे जीवै हो पापा‘ , वो अपने आप को अभागी बोल रही थी तो उनके सभी बच्चों का भी हाल बुरा था। पत्नी भी बेहोश हुए जा रही थी। होनी के आगे सभी विवश थे। कुशेश्वर मजदूरी कर दो बेटियां तथा चार बेटे का परवरिश कर रहे थे।
वहीं प्रभु यादव की मौत इलाज के दौरान पटना में होने से उनके उनके सात बच्चे अनाथ हो गए। प्रभु यादव अपने चाचा के साथ अपनी चचेरी बहन के लिए लड़का ढूंढने निकले थे। पटना में मौत का समाचार सुनते ही उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। पत्नी व बच्चे बार बार बेहोश हुए जा रहे थे। गांव में एक साथ दो मौत से ग्रामीणों की आंखें भी नम थी। ग्रामीण बता रहे थे कि सोमवार को प्रभु यादव का शव पटना से आने के बाद दोनों शवों की अंत्येष्टि की जाएगी। हाईवा ने एक साथ दो परिवार की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया।
बरहट से शशिलाल की रिपोर्ट